Haryana News: दिवाली पर पटाखे को लेकर दिल्ली के बाद हरियाणा में भी सख्ती, 31 जनवरी तक पटाखों पर बैन
हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन पी राघवेंद्र राव ने कहा कि अधिकारी स्वच्छ पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूकता के साथ संबंधित कार्यों का सही समय पर क्रियान्वयन सुनिश्चित करें।

Haryana News: प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कहा कि 1 नवंबर से जनवरी तक पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा ग्रेप के नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें। बैठक में डीसी कैप्टन शक्ति सिंह और रोहतक डीसी अजय कुमार मौजूद रहे.
इस अवसर पर चेयरमैन ने कहा कि शहरों में 500 गज से अधिक के प्लाटों के निर्माण को डस्ट पोर्टल पर दर्ज किया जाए।
हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन पी राघवेंद्र राव ने कहा कि अधिकारी स्वच्छ पर्यावरण संरक्षण के लिए जागरूकता के साथ संबंधित कार्यों का सही समय पर क्रियान्वयन सुनिश्चित करें। उन्होंने वायु प्रदूषण के खिलाफ ठोस कदम उठाने के भी निर्देश दिये।
चेयरमैन मंगलवार को लघु सचिवालय स्थित सभागार में झज्जर व रोहतक जिले में प्रदूषण नियंत्रण कार्यों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 1 नवंबर से जनवरी तक पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा ग्रेप के नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर चेयरमैन ने कहा कि शहरों में 500 गज से अधिक के प्लाटों के निर्माण को डस्ट पोर्टल पर दर्ज किया जाए। एक अक्टूबर से ग्रेप नियमों का सख्ती से पालन कराने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं। ताकि वायु प्रदूषण पर नियंत्रण किया जा सके.
इसके अलावा, जनरेटर सेट के स्थान पर गैस और लिथोमोन परियोजनाओं का उपयोग किया जाना चाहिए, जिससे वायु प्रदूषण को रोकने में मदद मिलेगी। उन्होंने किसानों से फसल अवशेष प्रबंधन पर सरकार की योजनाओं का लाभ उठाने का भी आग्रह किया
और अधिकारियों को फसल अवशेष जलाने वालों पर सख्ती से निगरानी रखने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सड़कों पर उड़ने वाली धूल को नियंत्रित करने के लिए संबंधित विभागों द्वारा एंटी स्मैक गन का प्रयोग किया जाना चाहिए।
शहरों को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए एक्शन प्लान के तहत कार्य करें
चेयरमैन ने कहा कि बेहतर कल के लिए पर्यावरण संरक्षण सबसे जरूरी है. झज्जर और रोहतक जिलों को हरा-भरा और प्रदूषण मुक्त रखने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए अलग से प्लांट लगाए जा रहे हैं।
दोनों शहरों को साफ सुथरा रखने के लिए सीएसआर के सहयोग से बेहतर कदम उठाए जाएं। झज्जर और रोहतक को स्वच्छ और हरा-भरा बनाने में न केवल प्रदेश बल्कि देश में भी नंबर वन बनाया जा सकता है।