Chanakya Niti: आर्थिक संकट आने पर भूलकर भी न लें रिश्तेदारों की मदद,जिंदगीभर के लिए खराब हो जाएंगे रिश्ते
अगर आप गरीब हैं तो भी अपने रिश्तेदारों के साथ न रहें और उनसे कोई मदद न लें। ऐसा करना कष्टदायक हो सकता है।

Chanakya Niti :चाणक्य नीति में कई नीतियों और बातों का जिक्र है जिनका पालन करके जीवन के हर मोड़ पर सफलता हासिल की जा सकती है।
कभी-कभी जीवन में ऐसे मोड़ आते हैं जब आपको कई निर्णय लेने पड़ते हैं जो कठिन हो सकते हैं। लेकिन चाणक्य के अनुसार एक समय ऐसा भी आता है जब आपको रिश्तेदारों की मदद नहीं लेनी चाहिए।
आर्थिक संकट आने पर भूलकर भी न लें रिश्तेदारों की मदद,जिंदगीभर के लिए खराब हो जाएंगे रिश्ते
चाणक्य नीति केअनुसार मनुष्य जंगल में बाघ, हाथी और शेर जैसे डरावने प्राणियों के साथ रह सकता है और फल और पत्ते खा सकता है। लेकिन अगर आप गरीब हैं तो भी अपने रिश्तेदारों के साथ न रहें और उनसे कोई मदद न लें। ऐसा करना कष्टदायक हो सकता है।
चाणक्य के अनुसार,दूसरों की मदद से शारीरिक और मानसिक कष्टों का सामना किया जा सकता है। लेकिन आर्थिक संकट के समय अपनों से मदद मांगना बाद में बहुत कष्टकारी होता है। क्योंकि एक बार जब आपको रिश्तेदारों से मदद मिल जाती है तो इसका एहसास आपको जीवनभर होता है।
इसलिए आर्थिक संकट के समय बचने की कोशिश करें और किसी की मदद न लेनी पड़े। यदि आपको अभी भी सहायता की आवश्यकता है, तो रिश्तेदारों के बजाय किसी मित्र से सहायता लेना अभी भी बेहतर है।
जब आप गरीब होंगे तो रिश्तेदार आपको सहारा देंगे, लेकिन उस दयालुता का ताना आपको जीवन भर मिलता रहेगा। जिससे रिश्तों में दरार आने लगती है और एक बार रिश्तों में दरार आ जाए तो उसे चाहकर भी दूर नहीं किया जा सकता है।
रिश्तेदारों से आर्थिक मदद मिलने से आप परेशानी में पड़ सकते हैं। इसलिए अपनी ज़रूरतें कम से कम रखें और वित्तीय संकट के समय में परिवार के सहयोग से उभरने का प्रयास करें।