Full Body Scanner: एयरपोर्ट पर क्या होता है फुल बॉडी स्कैनर? दिल्ली एयरपोर्ट पर कैसे बदलेगी सुरक्षा व्यवस्था
CTX Machine: बीसीएएस स्कैनर लॉन्च करने के लिए एयरपोर्ट ऑपरेटरों से बातचीत कर रहा है। उम्मीद है कि मई तक फुल बॉडी स्कैनर और एक्स-रे मशीनें लॉन्च हो जाएंगी।
Full Body Scanner: दिल्ली हवाई अड्डे पर मई तक ‘फुल बॉडी स्कैनर’ लगने की उम्मीद है अगले साल मई तक कंप्यूटेड टोमोग्राफी एक्स-रे भी शुरू हो सकता है। नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) के डीजी जुल्फिकार हसन ने कहा, प्रावधान संबंधी कुछ मुद्दों के कारण, कुछ हवाई अड्डों पर ‘फुल-बॉडी स्कैनर’ और ‘सीटीएक्स स्कैनर’ लगाने की समय सीमा बढ़ाई जा रही है। दोनों उपकरण 31 दिसंबर तक लॉन्च होने थे।
मई तक दिल्ली एयरपोर्ट पर शुरुआत होने की उम्मीद है
हसन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “कुछ अस्थायी मुद्दे हैं।” बीसीएएस स्कैनर के लॉन्च पर हवाईअड्डा संचालकों के साथ चर्चा कर रहा है। हसन ने कहा, “हमें उम्मीद है कि फुल बॉडी स्कैनर और एक्स-रे मशीन मई तक स्थापित हो जाएंगी.”
उन्होंने कहा कि अगले साल मई तक दिल्ली हवाई अड्डे पर दोनों के शुरू होने की उम्मीद है। बीसीएएस ने पिछले साल हवाई अड्डे पर कंप्यूटर टोमोग्राफी तकनीक से लैस स्कैनर लगाने की सिफारिश की थी।
सीटीएक्स (कंप्यूटेड टोमोग्राफी एक्स-रे) स्कैनर लगने के बाद यात्रियों को एयरपोर्ट पर सुरक्षा जांच के दौरान अपने सामान से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस नहीं निकालना पड़ेगा।
फिलहाल एयरपोर्ट पर सुरक्षा जांच के दौरान यात्रियों को इलेक्ट्रॉनिक सामान उतारकर अलग ‘ट्रे’ में रखना पड़ता है। नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि यात्री यात्रा को बेहतर बनाने के लिए हवाई अड्डे के प्रवेश द्वार, आव्रजन डेस्क और सुरक्षा में भी सुधार किया गया है।
क्या है ‘फुल बॉडी स्कैनर’
यह वह उपकरण है जो सुरक्षा उद्देश्यों के लिए स्थापित किया गया है। यह पता लगाता है कि किसी व्यक्ति के शरीर के अंदर क्या छिपा है। इसमें शरीर पर पहने हुए कपड़े उतारने की भी जरूरत नहीं पड़ती।
दिल्ली हवाई अड्डे पर एक्स-रे आधारित स्कैनर सुरक्षा जांच में मदद करेंगे। फुल बॉडी स्कैनर का उपयोग हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर ही सुरक्षा जांच के लिए किया जाता है।