Nutrition Tracker App Haryana :हरियाणा की आंगनबाड़ियां अब होंगी हाईटेक,आंगनवाड़ी केंद्रों पर मोबाइल ट्रैकर प्रणाली लागू
हरियाणा में अब आंगनवाड़ी केंद्रों पर हाईटेक सुरक्षा प्रणाली का इस्तेमाल किया जा रहा है।हरियाणा महिला एवं बाल विकास विभाग ने अब आंगनवाड़ी केंद्रों पर मोबाइल ट्रैकर प्रणाली लागू की है।
Nutrition Tracker App Haryana :हरियाणा में अब आंगनवाड़ी केंद्रों पर हाईटेक सुरक्षा प्रणाली का इस्तेमाल किया जा रहा है।हरियाणा महिला एवं बाल विकास विभाग ने अब आंगनवाड़ी केंद्रों पर मोबाइल ट्रैकर प्रणाली लागू की है।
लघु सचिवालय सभागार में वीसी के माध्यम से आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को पोषण ट्रैकर ऐप के उपयोग का प्रशिक्षण दिया गया।पोषण ट्रैकर ऐप का प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को कम समय में कार्य करने में सरल होगा।
आईसीडीएस प्रशिक्षकों ने आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को आईसीडीएस द्वारा उपलब्ध कराए गए मोबाइल पर पोषण कार्यक्रम को लॉगिन कर विस्तृत जानकारी दी।
गर्भवती महिलाओं,छह माह से ऊपर के बच्चों,तीन से छह साल के बच्चों और किशोरों के लिए संचालित पोषण कार्यक्रम के तहत पोषण ट्रैकर ऐप पर लाभार्थियों के ऑनलाइन जानकारी दी जाएगी।
पहले यह काम दस्तावेजों में होता था।इसके बाद इसे ऐप पर अपलोड किया गया।अधिकांश कर्मचारी इस कार्य से अनभिज्ञ थे। महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारी सुलोचना कुंडू ने बताया कि आईसीडीएस से संबंधित सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार और आंगनबाडी केंद्रों के कामकाज को प्रभावी बनाने के लिए विभागीय स्तर पर लगातार कोशिश हो रही हैं।
ट्रैकर नामक इस ऐप के उपयोग से आंगनवाड़ी केंद्रों का मूल्यांकन और निगरानी करना आसान हो गया है।विवरण अब दस्तावेज़ों में दर्ज करने के बजाय सीधे ऐप पर अपलोड होंगे।
वीसी में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को कहा कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय,भारत सरकार द्वारा विकसित पोषण ट्रैकर ऐप आंगनवाड़ी केंद्रों,आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और लाभार्थियों की सही समय पर निगरानी और ट्रैकिंग करने में सक्षम बनाती है।
यह सरकारी ऐप गर्भवती महिलाओं,स्तनपान कराने वाली महिला,बच्चों,किशोर लड़कियों और किशोर लड़कों के लिए आंगनवाड़ी केंद्रों,आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और संपूर्ण लाभार्थी प्रबंधन की गतिविधियों का दृश्य प्रदान करेगी।
सेविकाओं को आंगनबाडी केन्द्रों पर संचालित पोषण कार्यक्रम के लाभुकों से संबंधित जानकारी पोषण ट्रैकर एप पर अपलोड करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।