Haryana News : हरियाणा मे 1 अप्रैल से शुरू होगी गेहूं की सरकारी खरीद,यातायात नियंत्रण के लिए मंडियों में तैनात होगी पुलिस
हरियाणा में गेहूं की खरीद 1 अप्रैल से की जाएगी इसके लिए सरकार ने हरियाणा में 417 खरीद केंद्र बनाए हैं।जिनकी निगरानी हरियाणा पुलिस करेगी ताकि यातायात नियंत्रित कर सके, ताकि ट्रैफिक जाम या भीड़भाड़ के कारण मंडियों के पास अन्य यात्रियों को असुविधा न हो।
Haryana News : हरियाणा में सरसों की खरीद 26 मार्च से शुरू हो गई है और गेहूं की खरीद 1 अप्रैल से की जाएगी इसके लिए सरकार ने हरियाणा में 417 खरीद केंद्र बनाए हैं। इस साल गेहूं की पैदावार पिछले साल से ज्यादा होने की उम्मीद है और फसलों की खरीद के पुख्ता व्यवस्था की गई है।
सुमिता मिश्रा ने कल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिला उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों और जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक के साथ बैठक कर सरसों और गेहूं खरीद की तैयारियों पर चर्चा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
सुमिता मिश्रा ने कहा कि इस बार भी फसल खरीद का भुगतान इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से 48 से 72 घंटे के भीतर सीधे किसानों के खाते में कर दिया जाएगा।
सुमिता मिश्रा ने निर्देश दिया कि चार खरीद एजेंसियां, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग, हैफेड, एचएसडब्ल्यूसी और एफसीआई केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरसों और गेहूं की खरीद करेंगी।
जिला उपायुक्त अपने जिलों में इन एजेंसियों के साथ समन्वय करें और खरीद कार्यों की निगरानी करें। जिले के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मंडियों का औचक निरीक्षण करें।Haryana News
पंजीकृत किसानों को एमएसपी का भुगतान ई-खरीद पोर्टल के माध्यम से किसानों के बैंक खातों में ऑनलाइन किया जाएगा। मंडियों और खरीद केंद्रों में उचित स्वच्छता और अन्य बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित की जाएगी।
सुमिता मिश्रा ने संबंधित जिला उपायुक्तों को इस वर्ष गेहूं की अपेक्षित उच्च आमद के अनुसार फसल भंडारण के लिए पर्याप्त जगह की उपलब्धता चिह्नित करने का निर्देश दिया।Haryana News
सुमिता मिश्रा ने कहा कि पुलिस महानिदेशक को खरीद के सुचारू संचालन और किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए मंडियों में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी।Haryana News
यातायात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस भी तैनात की जाएगी, ताकि ट्रैफिक जाम या भीड़भाड़ के कारण मंडियों के पास अन्य यात्रियों को असुविधा न हो।