Kuber Yantra: कुछ ही दिनों में दूर हो जाएगी पैसों की तंगी, बस घर में इस विधि से स्थापित करें कुबेर यंत्र
जल सीधे हाथ में भरें और कुबेर यंत्र पर चढ़ाएं। फिर कुबेर यंत्र का गंगा जल या कच्चे दूध से अभिषेक करें और'ॐ श्रीं, ॐ ह्रीं श्रीं, ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय: नम:' मंत्र का 11 या 21 बार जाप करें।

Kuber yantra: हिंदू धर्म में यंत्रों का खास महत्व है। यंत्र न सिर्फ व्यक्ति की मनचाही इच्छा दिलवाने में सहायता करते हैं बल्कि इनके द्वारा देवी-देवताओं की विशेष पूजा-अर्चना भी की जाती है। हर यंत्र का अपना तारण मंत्र होता है। जिसके प्रभाव से यंत्र सिद्ध होने लगते हैं और इच्छाओं की पूर्ति होनी लगती है।
शास्त्रों में अलग-अलग प्रयोजनों के लिए अलग-अलग यंत्रों का उल्लेख किया गया है। धन प्राप्ति के लिए कुबेर यंत्र रखा जाता है। किसी भी प्रकार की आर्थिक स्थिति को दूर करने के लिए कुबेर यंत्र की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि मां लक्ष्मी के बाद कुबेर ही ऐसे देवता हैं, जो व्यक्ति को धन-संपदा का आशीर्वाद देते हैं।
कुबेर यंत्र सोने, तांबे के पत्ते, भोज पत्र या अष्टधातु का बना होना चाहिए। कुबेर यंत्र को हमेशा मंगलवार या शनिवार के दिन मंदिर की पूर्व दिशा में स्थापित करना चाहिए।
इसके अलावा दिवाली, विजयादशमी, धनतेरस और रविपुष्य नक्षत्र में भी इस यंत्र को स्थापित करना बहुत शुभ माना जाता है। कुबेर यंत्र को मंदिर या तिजोरी में रखने के बाद रोजाना इसकी पूजा करना न भूलें। इस यंत्र को प्रतिदिन जलाभिषेक कर शुद्ध अवश्य करें।
श्री कुबेर यंत्र को घर लाकर पीले कपड़े में लपेटकर मंदिर के सामने किसी गमले में रख दें। फिर अगली सुबह नहाकर साफ कपड़े पहनें और एक छोटी बाल्टी में पानी लेकर आएं। एक अलग बर्तन में गंगाजल और कच्चा दूध डालें. धरती पर आसन बिछाकर बैठ जाएं।
कुबेर यंत्र को बाहर निकालें। जल सीधे हाथ में भरें और कुबेर यंत्र पर चढ़ाएं। फिर कुबेर यंत्र का गंगा जल या कच्चे दूध से अभिषेक करें और’ॐ श्रीं, ॐ ह्रीं श्रीं, ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय: नम:’ मंत्र का 11 या 21 बार जाप करें। मंत्र जाप के बाद कुबेर को प्रणाम करें और अपनी आर्थिक समस्या के समाधान के लिए प्रार्थना करें। पूजा करने के बाद कुबेर यंत्र को मंदिर या तिजोरी में रखें।