जवान होते ही लड़कियां अकेली कमरे में करती हैं ये काम
आचार्य चाणक्य को हर क्षेत्र में इतना सटीक ज्ञान था कि लोग आज भी उन पर शत-प्रतिशत विश्वास करते हैं
उनकी सलाह इतनी मूल्यवान और सटीक है कि आज के युग में भी लोगों को उस पर अमल करने से पहले सोचना नहीं पड़ता है
आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में महिलाओं की इच्छा का जिक्र किया है
दरअसल युवावस्था में लड़कियां यही सोचना चाहती हैं कि उनका जीवनसाथी कैसा हो और वे रंगीन सपने देखने लगती हैं
जब लड़कियां घर पर अकेली होती हैं तो उन्हें बाथरूम जाना और अपने दोस्तों के साथ फोन पर घंटों बातें करना पसंद होता है
ऐसा कहा जाता है कि जब लड़कियां घर पर अकेली होती हैं तो घंटों अपना चेहरा शीशे में निहारती रहती हैं