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Farmers Protest: 18 दिनों से बॉर्डर पर डटे किसान आज आंदोलन की अगली रणनीति का कर सकते हैं ऐलान

Farmers Protest: पंजाब में किसानों ने इंटरनेट बैन, किसानों के वीजा और पासपोर्ट रद्द करने पर सरकार को घेरा। उन्होंने यह भी कहा कि वह आज शाम तक आंदोलन की अगली रणनीति की घोषणा कर सकते हैं.

Farmers Protest: एमएसपी समेत विभिन्न मांगों को लेकर किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर पर 18 दिन से डटे हुए हैं। इस बीच किसानों ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पंजाब में इंटरनेट बैन, किसानों के वीजा और पासपोर्ट रद्द करने समेत कई मुद्दों पर सरकार को घेरा.

किसानों ने यह भी कहा कि सरकार के इन फैसलों से उन पर कोई असर नहीं पड़ेगा, लेकिन सरकार को लोगों को परेशान नहीं करना चाहिए. किसानों ने यह भी कहा है कि वे आज शाम तक आंदोलन की अगली रणनीति की घोषणा करेंगे.

हाल ही में अंबाला डीएसपी जोगिंदर शर्मा का एक बयान सामने आया था जिसमें उन्होंने कहा था कि किसान आंदोलन के दौरान हिंसा करने वाले किसानों की पहचान के लिए सीसीटीवी कैमरों का इस्तेमाल किया जाएगा.

डीएसपी अंबाला ने ये भी कहा था कि वह ऐसे लोगों की पहचान करेंगे और मंत्रालय और दूतावास से उनके वीजा और पासपोर्ट रद्द करने का अनुरोध करेंगे.

किसान नेताओं ने कहा, ”हरियाणा सरकार के पासपोर्ट रद्द करने के फैसले से हम डरने वाले नहीं हैं।” वहीं, किसानों ने कहा कि यह लोकतांत्रिक देश के लिए ठीक नहीं है।

इंटरनेट शटडाउन पर उठाए सवाल
हाल ही में केंद्र सरकार ने हरियाणा और पंजाब की सीमा से लगे दो जिलों में इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध को मार्च तक बढ़ा दिया था पटियाला के पुलिस स्टेशन शंभू, पातड़ां, शुतराना और संगरूर के पुलिस स्टेशन खानुरी में इंटरनेट सेवाएं मार्च तक बंद कर दी गई हैं किसानों ने सरकार के फैसले पर जमकर निशाना साधा और इसे जनता के लिए परेशानी बताया.

ड्रोन हमलों पर सवाल उठाते हुए किसानों ने कहा कि ड्रोन इजराइल से आयातित किए गए थे. बेहतर होता कि वे इसका इस्तेमाल किसानों की बजाय ड्रग माफिया के खिलाफ करते।

उन्होंने किसानों के ट्रैक्टर रोके जाने और राजमार्ग अवरुद्ध किये जाने पर भी गुस्सा जताया और लोगों से उन्हें परेशान नहीं करने की अपील की.

किसानों ने कहा कि उनका आंदोलन लगातार ताकत पकड़ रहा है. उन्हें समर्थन देने के लिए किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से बॉर्डर पर पहुंच रहे हैं. आज शाम तक आंदोलन की अगली रणनीति की घोषणा की जाएगी.

किसानों ने कहा कि सरकार ने बातचीत बंद कर दी है. किसानों ने सभी से मार्च में शुभकरण की आध्यात्मिक शांति के लिए प्रार्थना में शामिल होने की भी अपील की

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