Jaipur News: माता-पिता ने बेटे को पढ़ने के लिए भेजा जयपुर, बेटा शहर में करने लगा गंदा काम, परिजनों के सामने खुली पोल तो उड़ गए होश
पढ़ाई करने और अपना भविष्य बनाने के लिए जयपुर आए दो युवकों ने अपने शौक पूरे करने के लिए चोरी का रास्ता अपनाया।

Jaipur News: पढ़ाई करने और अपना भविष्य बनाने के लिए जयपुर आए दो युवकों ने अपने शौक पूरे करने के लिए चोरी का रास्ता अपनाया। सवाई माधोपुर निवासी दोनों युवक जयपुर में कमरा किराए पर लेकर दिन में पढ़ाई करते थे और रात में बाइक चोरी की वारदात को अंजाम देते थे।
दोनों शातिर घर के बाहर खड़ी किसी भी बाइक को पलक झपकते ही गायब कर देते थे। पिछले दो महीने में दोनों ने 12 और बाइक चोरी की वारदात को अंजाम दिया है। दोनों शातिर धीरे-धीरे पढ़ाई के लिए नहीं बल्कि चोरी के लिए किराए की जगह बदलने लगे।
जयपुर के ईस्ट डीसीपी ज्ञानचंद यादव ने ये बताया कि ईस्ट इलाके में वाहन चोरी की वारदातें बढ़ने लगी थीं. मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की गई. तब खुलासा हुआ कि यहां से चोरी की गई ज्यादातर बाइकें सवाई माधोपुर की ओर बेची जा रही हैं।
इसी बीच सांगानेर इलाके में एक वाहन चोरी का सीसीटीवी फुटेज सामने आया. जिसके आधार पर पुलिस ने एक ठग की पहचान की और उसके किराए के कमरे पर छापेमारी की.
चोरी की तीन बाइक बरामद
वहां से पुलिस ने सवाई माधोपुर के चौथ का बरवाड़ा निवासी 19 वर्षीय बलवंत गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर उसके साथी 19 वर्षीय विशाल गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने संदिग्धों के पास से चोरी की तीन मोटरसाइकिलें भी बरामद कीं और जयपुर शहर में चोरी करना कबूल किया।
उन्हें पढ़ने के लिए जयपुर भेजा गया
पुलिस की पूछताछ में आरोपी युवकों ने दो माह में 12 से अधिक बाइक चोरी करने की बात कबूली। शातिर युवक अपने महंगे शौक पूरे करने के लिए चोरी की बाइक को 8 से 10 हजार रुपये में बेचता था, लेकिन अब वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया है.
जहां उनके रिश्तेदारों ने उन्हें पढ़ने के लिए जयपुर भेजा, वहीं उन्होंने अपने माता-पिता की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। पुलिस ने अब दोनों बदमाशों को अदालत में पेश कर हिरासत में भेज दिया है.