Manish Sisodia News: बहुत दिनों के बाद AAP नेता के लिए अच्छी खबर, जाने कब जेल से बाहर आएंगे मनीष सिसौदिया
Manish Sisodia Delhi Liquor Policy Scam Case: दिल्ली की रद्द की गई एक्साइज पॉलिसी मामले में अरविंद केजरीवाल कैबिनेट के कई मंत्रियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सीएम केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) लगातार समन भेज रहा है लेकिन वह पूछताछ के लिए जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हो रहे हैं। अब मामला कोर्ट तक पहुंच गया है.

Manish Sisodia News: शराब घोटाला मामले में जेल में बंद मनीष सिसौदिया को कई दिनों के बाद राहत मिली है. जमानत याचिका और पुनर्विचार याचिका खारिज होने के बाद मनीष सिसौदिया ने सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव याचिका दायर की थी.
दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम ने सुप्रीम कोर्ट में जल्द सुनवाई की मांग की थी. सुप्रीम कोर्ट ने मनीष सिसौदिया की याचिका स्वीकार कर ली है और जल्द सुनवाई के लिए तैयार है. इससे पहले, दिल्ली की एक अदालत ने सिसोदिया की न्यायिक हिरासत 22 फरवरी, 2024 तक बढ़ा दी थी।
दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया को कई दिनों के बाद अच्छी खबर मिली है. जमानत और पुनर्विचार याचिका खारिज होने के बाद आम आदमी पार्टी नेता ने सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव याचिका दायर की थी.
उन्होंने शीर्ष अदालत में जल्द सुनवाई की भी मांग की थी. सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को मनीष सिसौदिया की याचिका पर सुनवाई की. कोर्ट ने उनकी याचिका स्वीकार कर ली है और जल्द सुनवाई के लिए तैयार है.
रउाज एवेन्यू कोर्ट का आदेश
इससे पहले दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया को दिल्ली एक्साइज पॉलिसी मामले में सोमवार सुबह रोज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया.
आप नेता मनीष सिसौदिया को फरवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया मनीष सिसौदिया ने कोर्ट में अर्जी दाखिल कर नियमित जमानत के साथ-साथ पैरोल की भी मांग की है. हालांकि, सिसौदिया को कोर्ट से राहत नहीं मिली है. वह 22 फरवरी तक जेल में रहेंगे.
सीएम केजरीवाल को भी नोटिस
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी दिल्ली शराब घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय ने नोटिस जारी किया है। ईडी अब तक सीएम केजरीवाल को पांच नोटिस जारी कर चुकी है, लेकिन वह एक बार भी पूछताछ के लिए एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए हैं।
इसके बाद ईडी ने अदालत का रुख किया है। मामला अब न्यायालय में विचाराधीन है। सीएम केजरीवाल ने किसी तरह ईडी के समन को नजरअंदाज कर दिया और पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हुए।