New Leave Policy:केंद्रीय कर्मचारियों के लिए बड़ी खुसखबरी,मोदी सरकार ने लागू की नई लीव पॉलिसी
केंद्र की मोदी सरकार ने हाल ही में लीव पॉलिसी जारी की है जिसके तहत अगर कोई केंद्रीय कर्मचारी अंगदान करता है तो उसे 42 दिन का विशेष आकस्मिक अवकाश दिया जाएगा।
New Leave Policy:केंद्र में कार्यरत सरकारी कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। ये खबर सुनकर केंद्रीय कर्मचारियों के चेहरे खिलने वाले हैं. केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों को लेकर बड़ा फैसला लिया है.
New Leave Policy
केंद्र सरकार ने हाल ही में लीव पॉलिसी जारी की है. ऐसे में अगर आप भी केंद्रीय कर्मचारी हैं तो आपको इसके बारे में जरूर जानना चाहिए।आपको बता दें कि नई लीव पॉलिसी के तहत आपको पहले से ज्यादा छुट्टियां मिलेंगी।
नई लीव पॉलिसी पहले से ही लागू होने के कारण, आपको यह समझना चाहिए कि आपको कब और कितनी छुट्टियां मिल सकती हैं। नई लीव पॉलिसी नियम अप्रैल से प्रभावी हैं।
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डीओपीटी की ओर से जारी मेमोरेंडम में इन छुट्टियों का जिक्र है. यह आदेश सीसीएस नियमों के तहत सभी कर्मचारियों पर प्रभावी नहीं होगा।आपको यह भी ध्यान रखना होगा कि यह लीव पॉलिसी सभी कर्मचारियों के लिए नहीं है।
यह पॉलिसी रेलवे कर्मचारियों, अखिल भारतीय सेवाओं के कर्मचारियों पर लागू नहीं होगा। सरकार ने कर्मचारियों को 42 दिन की छुट्टी देने का फैसला किया है, लेकिन यहां आपको यह जानना चाहिए कि किन परिस्थितियों में आपको ये छुट्टियां मिलेंगी।
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अगर कोई केंद्रीय कर्मचारी अंगदान करता है तो उसे 42 दिन का विशेष आकस्मिक अवकाश दिया जाएगा। डीओपीटी ने इस बारे में आधिकारिक ज्ञापन जारी किया है.
अगर कर्मचारी शरीर का कोई अंग दान करता है तो इसे सबसे बड़ी सर्जरी कहा जाता है। इस प्रकार की सर्जरी में बहुत समय लगता है और रिकवरी में भी समय लगता है। ऐसे में कर्मचारी को 42 दिन की छुट्टी दी जाएगी.
इसके अलावा, मौजूदा नियम कर्मचारियों को किसी भी कैलेंडर वर्ष में आकस्मिक अवकाश के रूप में 30 दिनों की छुट्टी का प्रावधान करते हैं। नियमों के मुताबिक किसी भी व्यक्ति की मदद करने और केंद्रीय कर्मचारियों के बीच अंगदान को बढ़ावा देने के लिए किसी भी कर्मचारी को अधिकतम 42 दिन की विशेष छुट्टी दी जाएगी.
इस नई लीव पॉलिसी के तहत मोदी सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को अधिक छुट्टियां प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। इससे सरकारी कर्मचारियों को उनके सेवानिवृत्ति के बाद की योग्यता के आधार पर और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने का अधिक समय मिलेगा।