Haryana news: ऐलनाबाद पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, ऐलनाबाद पुलिस ने डोडा पोस्त के साथ 4 आरोपियों को किया गिरफ्तार
बेशक सिरसा पुलिस नशे के खात्मे के लिए दिन-रात मेहनत कर रही है और कई तस्करों को सलाखों के पीछे भेज रही है, लेकिन इसके बावजूद जिले में नशे की तस्करी नहीं रुक रही है. इस संबंध में पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण का निर्देश.
Haryana news: बेशक सिरसा पुलिस नशे के खात्मे के लिए दिन-रात मेहनत कर रही है और कई तस्करों को सलाखों के पीछे भेज रही है, लेकिन इसके बावजूद जिले में नशे की तस्करी नहीं रुक रही है.
इसी तारतम्य में पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण के निर्देशन में जिले की एंटी नारकोटिक्स सेल व पुलिस टीम ने नाके के दौरान एक वाहन में सवार चार लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से लाखों रुपये कीमत का एक क्विंटल 70 किलो डोडा पोस्त बरामद किया है. बड़ी सफलता के साथ ठीक हो गया।
एंटी नारकोटिक्स सेल, ऐलनाबाद पुलिस टीम के प्रभारी उप-निरीक्षक प्रवीण कुमार ने कहा कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान बूटा सिंह पुत्र गोपी सिंह और उसके बेटे अनमोल सिंह पुत्र बूटा सिंह निवासी गांव गहरी देवी नगर पंजाब के रूप में हुई।
गुरसेवक सिंह उर्फ बब्लू पुत्र मदन सिंह निवासी उधम सिंह नगर जिला बठिंडा पंजाब और गुरपाल सिंह उर्फ टिंडी पुत्र गुरदेव सिंह निवासी जसी मोधाली थाना सदर बठिंडा पंजाब।
उन्होंने बताया कि सहायक उपनिरीक्षक राजेंद्र सिंह के नेतृत्व में एंटी नारकोटिक्स सेल की एक पुलिस टीम तलवाड़ा खुर्द रोड इलाके में चौकी पर मौजूद थी।
इसी दौरान पुलिस पार्टी को अहम सूचना मिली कि डोडा पोस्त से भरी एक बोलेरो और एक आई-20 कार राजस्थान से ऐलनाबाद की तरफ आ रही है.
सेल प्रभारी ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस पार्टी ने वाहनों की चेकिंग शुरू कर दी। उसी दौरान पुलिस पार्टी को राजस्थान की ओर से एक आई-20 कार और एक बोलोरो आती दिखाई दी.
संदेह होने पर पुलिस दल ने दोनों वाहनों को रोककर राजपत्रित अधिकारी की मौजूदगी में उनकी तलाशी ली तो उनके कब्जे से एक क्विंटल 70 किलोग्राम डोडा पोस्त बरामद हुआ।
सेल प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार लोगों के खिलाफ ऐलनाबाद थाने में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया है। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि डोडा पोस्त राजस्थान क्षेत्र से लाया गया था और पंजाब क्षेत्र में सप्लाई किया जाना था।
उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा और रिमांड अवधि के दौरान आरोपियों से पूछताछ की जाएगी और डोडा पोस्त तस्करी नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों के नाम और पते का पता लगाने के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।