Kisan Andolan :किसानों के दिल्ली कूच का ऐलान 3 मार्च तक स्थगित,आगे का फैसला 3 मार्च को होगा
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि 3 मार्च को युवा किसान शुभकरण की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की जाएगी है
Kisan Andolan : शंभू बॉर्डर पर दिल्ली कूच के लिए डटे किसानों को 18 दिन पूरे हो गए हैं।कल भी किसान नेताओं के बीच दिल्ली कूच को लेकर किसी रणनीति पर सहमति नहीं बन पाई।
यह भी पढे :Kisan Andolan 2.0: पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार और किसानों को लगाई फटकार
युवा किसान शुभकरण सिंह के अंतिम संस्कार के कारण संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह दल्लेवाल देर शाम तक शंभू बॉर्डर नहीं पहुंच सके।Kisan Andolan
किसान जत्थेबंदियों के सभी नेता उनके आने का इंतजार कर रहे थे।किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि युवा किसान शुभकरण सिंह की आत्मा के लिए प्रार्थना के लिए तीन मार्च की तारीख रखी गई है, यानी उससे पहले दिल्ली मार्च को लेकर कोई फैसला होने की आशा नहीं है।Kisan Andolan
21 फरवरी को खनौरी सीमा पर दिल्ली मार्च को लेकर पुलिस ने किसानों पर गोलियां चलाईं। युवा किसान शुभकरण सिंह की गोली लगने से मौत हो गई।किसानों ने पुलिस कर्मियों पर शुभकरण की हत्या का आरोप लगाया और मामला दर्ज करने की मांग रखी है।
किसानों का आरोप है कि हरियाणा पुलिस ने पंजाब की सीमा में घुसकर किसानों पर हमला किया।किसानों ने शुभकरण के परिवार को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी के साथ-साथ हरियाणा पुलिस के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की थी।
पंजाब सरकार ने मुआवजे और नौकरी की मांग तुरंत मान ली थी।लेकिन मामला लंबित था।पिछले दिनों पंजाब पुलिस ने शुभकरण की हत्या के आरोप में हरियाणा पुलिस के खिलाफ मामला दर्ज किया था।इसके बाद शुभकरण के शव का पोस्टमार्टम कराया गया।
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि 3 मार्च को युवा किसान शुभकरण की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की जाएगी है इसीलिए अभी तक दिल्ली कूच पर कोई बात नहीं हुई है।आंदोलन अभी ख़त्म नहीं हुआ है।
किसानों के एमएसपी पर खरीद गारंटी अधिनियम, डॉ. स्वामीनाथन आयोग के फैसले के मुताबिक फसलों के दाम और किसानों-मजदूरों का कर्ज माफ होने तक आंदोलन जारी रहेगा।
किसान नेता जगजीत दल्लेवाल ने कहा कि शुभकरण की मौत सरकारी जुल्म से लड़ते हुए हुई है। किसानों के दबाव में सरकार ने शुभकरण को शहीद घोषित कर दिया।उन्होंने सभी किसानों से प्रार्थना में भाग लेने का आग्रह किया।