Haryana

Panipat-Jalandhar Sixlane Highway:500 करोड़ रुपये की लागत से होगा पानीपत-जालंधर सिक्सलेन हाईवे का पुनर्निर्माण

पानीपत-जालंधर 6-लेन हाईवे का पुनर्निर्माण अब तेज होगा।इसके लिए टेंडर आवंटित कर दिया गया है।सर्विस लेन से मुख्य राजमार्ग तक के हिस्से में बदलाव किए गए है।

Panipat-Jalandhar Sixlane Highway:पानीपत-जालंधर 6-लेन हाईवे का पुनर्निर्माण अब तेज होगा।इसके लिए टेंडर आवंटित कर दिया गया है।सर्विस लेन से मुख्य राजमार्ग तक के हिस्से में बदलाव किए गए है।

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इससे शहरी आबादी से आने वाले वाहन चालकों को सुविधा होगी।पुनर्निर्माण पर कुल 500 करोड़ रुपये की लागत आएगी।छह लेन की परियोजना नवंबर 2011 में पूरी होने वाली थी।

राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण 291 किमी लंबे पानीपत-जालंधर छह लेन राजमार्ग का पुनर्निर्माण और सौंदर्यीकरण करेगा।इस पर 500 करोड़ रुपये खर्च होंगे।टेंडर आवंटित कर दिया गया है।

सर्विस लेन से मुख्य राजमार्ग तक के हिस्से में बदलाव किए जाएंगे।इससे शहरी आबादी से आने वाले वाहन चालकों को सुविधा होगी।इसके अलावा ढाबों,पेट्रोल पंप आदि के सामने करीबन 300 अवैध कट बंद होंगे।

इसी तरह नए ब्रिज और अंडर ब्रिज का निर्माण किया जाएगा।ढाई साल में काम पूरा करने का लक्ष्य है।हरियाणा और पंजाब में पांच पुल बनाए जाने हैं, एक हरियाणा में और चार पंजाब में होंगे।Panipat-Jalandhar Sixlane Highway

पहले टेंडर की कीमत करीबन 550 करोड़ रुपये तक पहुंच गई थी,लेकिन बाद में इसे 500 करोड़ रुपये तय किया गया है।पानीपत से जालंधर तक छह लेन का प्रोजेक्ट नवंबर 2011 में पूरा होना था,लेकिन यह काम अब तक अधूरा है।

11 मई 2009 से तीनों टोल पर वाहनों से शुल्क वसूला जाने लगा।टोल अंबाला,करनाल और लुधियाना जिलों में स्थित हैं।इन मार्गों से प्रतिदिन 200,000 से अधिक वाहन निकलते हैं।

2008 में NHAI और SOMA के बीच समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे।धरातल टाइम्स वाहन स्वामियों को सुविधाएं नहीं मिल रही थीं,इसलिए सोमा को नोटिस जारी किया गया था।चाहे वह हाईवे पर सड़क का मामला हो या फिर सर्विस लेन पर लाइटें लगवाने का मसला हो।Panipat-Jalandhar Sixlane Highway

इसके अलावा उचित जल निकासी की भी व्यवस्था नहीं की गई।बाद में सोमा कंपनी का टेंडर रद्द कर दिया गया और अब पानीपत से जालंधर तक का हाईवे अलग-अलग कंपनियों को दे दिया गया है।

पानीपत से जालंधर तक छह लेन पर करीब 60 ब्लैक स्पॉट पाए गए।टोल पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने सोमा आइसोलक्स कंपनी को जिम्मेदारी दी।इसके बावजूद 10 साल तक वाहन चालकों को अधूरी सुविधाएं मिलीं।

पंजाब हरियाणा के 60 ब्लैक स्पॉट पर नहीं किया काम।अब इन पर काम किया जाएगा।धरातल टाइम्स हाईवे के दोनों ओर सर्विस लेन पर स्ट्रीट लाइटें लगाई जानी थीं,जो नहीं लगाई गईं।

2009 में जारी टेंडर के मुताबिक 4300 स्ट्रीट लाइटें लगाई जानी थीं लेकिन एक भी नहीं लगाई गईं।कुछ को अब स्थापित कर दिया गया है।इसी तरह सड़क मरम्मत में भी गुणवत्ता सही नहीं पाई गई।

लगातार दुर्घटनाएं हो रही थीं,जिसके बाद सर्वे कराकर हरियाणा पंजाब में 60 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए।धरातल टाइम्स इसके अलावा एनएचएआई ने ड्रेनेज सिस्टम को लेकर कंपनी को नोटिस जारी किया था कि बारिश के कारण सर्विस लेन पर पानी बहता रहता है।

इस सिक्स लेन पर वाहन स्वामियों को जो सुविधाएं मिलनी चाहिए थी वह महज कागजों तक ही सीमित रह गई।इस मार्ग पर सेव अवर सोल बॉक्स रुके हुए पाए गए हैं।

Panipat-Jalandhar Sixlane Highway

सेव अवर सोल बॉक्स वाहन चालकों के लिए धरातल टाइम्स आपातकालीन स्थिति में एक बटन दबाकर एम्बुलेंस सेवा सहित अन्य सहायता प्राप्त करने के लिए स्थापित किया गया था।

हालांकि 1033 पर कॉल करके मदद मांगी जा सकती है,लेकिन बॉक्स फंसा हुआ था।करीब चार किलोमीटर पर एसओएस बॉक्स लगाया गया है।Panipat-Jalandhar Sixlane Highway

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