Haryana News: एक साल से लंबित थे कई मामले, मामलों पर कारवाई न होने पर 14 जांच अधिकारी सस्पेंड
Gurugram News: हरियाणा ने एक साल से अधिक समय के बाद भी अपने अधिकार क्षेत्र के तहत मामलों का निपटारा नहीं करने वाले 372 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। गृह मंत्री ने उन्हें सस्पेन्ड कर दिया है.

Haryana News: हरियाणा के पुलिस थानों में दर्ज विभिन्न मामलों का एक साल बाद भी निस्तारण न होने पर गृह मंत्री अनिल विज ने सख्त कार्रवाई की है। अनिल विज ने प्रदेश के 372 जांच अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेन्ड कर दिया है.
इसमें गुरुग्राम पुलिस के जांच अधिकारी भी शामिल हैं. फिलहाल 60 में से 14 जांच अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है. गुरुग्राम पुलिस कमिश्नरेट की ओर से 14 जांच अधिकारियों की सूची जारी की गई. डीसीपी मुख्यालय ने 14 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है.
सभी निलंबित जांच अधिकारियों की सूची शुक्रवार को जारी की गई। बताया जा रहा है कि जल्द ही बाकी पुलिसकर्मियों को भी सम्मानित किया जाएगा.
यह सूची 26 अक्टूबर की शाम को हरियाणा गृह मंत्रालय द्वारा जारी की गई थी। राज्य भर में विभिन्न मामलों की जांच में देरी के बाद पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच शुरू की गई थी।
गुरुग्राम के इन जांच अधिकारियों को किया गया सस्पेंड
1. एसआई कर्मबीर, थाना डीएलएफ फेज-3
2. एसआई ओमप्रकाश, हेलीमंडी
3. पीएसआई धर्मेंद्र, थाना सेक्टर-14
4. एसआई नरपाल, थाना सेक्टर-1
5. एएसआई जगदीश, थाना सेक्टर-10
6. एएसआई महावीर, थाना पालम विहार
7. एएसआई राजेश, थाना सेक्टर-53
8. एएसआई अशोक, थाना पालम विहार
9. एएसआई संदीप, थाना पालम विहार
10. एएसआई धर्मबीर, थाना पालम विहार
11. एएसआई अनिल थाना पी उरुखनगर
12. एएसआई सुभाष, सीआईए सेक्टर-39
13. एएसआई अशोक, थाना बादशाहपुर
14. एएसआई रूपेश, थाना फरुखनगर
निलंबन आदेश मंत्री अनिल विज ने जारी किया
अनिल विज ने मीडिया से कहा था, ”मैं लंबे समय से लंबित मामलों को निपटाने के लिए बार-बार अधिकारियों से कह रहा हूं। मई में विभाग की ओर से हमें बताया गया कि 3229 मामले ऐसे हैं, जिनका एक साल से अंतिम निस्तारण नहीं हुआ है.
मैंने विभाग से कहा था कि उनसे जवाब मांगा जाये कि निस्तारण क्यों नहीं हो रहा है, क्योंकि लोगों को एक जगह से दूसरी जगह जाना पड़ रहा है.
विभाग की ओर से हमें बताया गया कि 372 अधिकारी ऐसे हैं, जिन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिला. इसलिए मैंने इसे गंभीरता से लिया है और 372 जांच अधिकारियों को तत्काल निलंबित करने का आदेश जारी किया है।