Garmi Ka Kahar : उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में भीषण गर्मी का कहर जारी,जानिए उत्तर भारत मे कब होगी बारिश
उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में भीषण गर्मी पड़ रही है। दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली, हरियाणा,पंजाब,उत्तर प्रदेश,राजस्थान,मध्य प्रदेश और गुजरात में भीषण गर्मी जारी रहेगी।

Garmi Ka Kahar : उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में भीषण गर्मी पड़ रही है। दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली, हरियाणा,पंजाब,उत्तर प्रदेश,राजस्थान,मध्य प्रदेश और गुजरात में भीषण गर्मी जारी रहेगी।
केरल मे भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। तमिलनाडु और पुडुचेरी मे भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।उत्तर भारत में इन दिनों भीषण गर्मी जारी है।
मौसम विभाग ने 28 मई तक उत्तर भारत में लू चलने का रेड अलर्ट जारी किया है इस दौरान तेज हवाएं चलने की भी संभावना है।
आईएमडी के अनुसार पूरे हफ्ते उत्तर भारत में अधिकतम तापमान 44 से 46 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। न्यूनतम तापमान 30 से 32 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है।
मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, केरल, तटीय कर्नाटक, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और दक्षिणी तमिलनाडु में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
तेलंगाना,झारखंड,तमिलनाडु, कर्नाटक,बिहार,सिक्किम,पूर्वोत्तर भारत में हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान है।
पश्चिमी हिमालय,छत्तीसगढ़,पश्चिम बंगाल,ओडिशा,विदर्भ,मराठवाड़ा,दक्षिणी कोंकण और गोवा और दक्षिणी मध्य प्रदेश में हल्की बारिश होने की संभावना है। हरियाणा,दिल्ली,उत्तर प्रदेश,राजस्थान और मध्य प्रदेश में लू चलने की संभावना है।
मौसम पूर्वानुमान के अनुसार,अगले 24 घंटों में मालदीव, अरब सागर,कोमोरिन क्षेत्र और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल दिख रही हैं।
बंगाल की दक्षिण-पश्चिमी खाड़ी के ऊपर निम्न दबाव बन गया है। यह उत्तर-पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ेगा और कल सुबह तक डिप्रेशन में बदल सकता है।
तमिलनाडु के आंतरिक भाग पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है जो समुद्र तल से 5.8 डिग्री ऊपर तक फैला हुआ है।हरियाणा और आसपास की जगह पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।
यह चक्रवाती परिसंचरण पश्चिमी मध्य प्रदेश से मराठवाड़ा तक एक ट्रफ रेखा फैला हुआ है। पूर्वी बांग्लादेश पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है।