Monsoon Forecast Rajasthan 22 September : 27 सितंबर से पूर्वी राजस्थान में मॉनसून की बारिश की गतिविधियां फिर से बढ़ने की संभावना, राजस्थान से जल्द विदाई लेने वाला है मॉनसून
मौसम विभाग के अनुसार 27 सितंबर से पूर्वी राजस्थान मेंझमाझम बारिश की गतिविधियां फिर से बढ़ने की संभावना है । इस दौरान पूर्वी राजस्थान के कुछ जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश हो सकती है ।
Monsoon Forecast Rajasthan 22 September : राजस्थान में मॉनसून से झमाझम बारिश कम हो गई है और अगले सप्ताह तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है । मौसम विभाग के अनुसार पिछले कुछ दिनों में पश्चिमी राजस्थान में बारिश कम हुई है और अगले एक सप्ताह तक बारिश जारी रहने की संभावना नहीं है । राजस्थान में बारिश की गतिविधियां कमजोर पड़ रही हैं ।
पूर्वी राजस्थान के कुछ जिलों में तेज कड़कड़ाहट के साथ हल्की रिमझिम बारिश होने की संभावना है । मौसम विभाग के अनुसार 27 सितंबर से पूर्वी राजस्थान मेंझमाझम बारिश की गतिविधियां फिर से बढ़ने की संभावना है । इस दौरान पूर्वी राजस्थान के कुछ जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश हो सकती है ।
Monsoon Forecast Rajasthan 22 September
राजस्थान में इस मानसून सीजन में झमाझम बारिश हुई है । पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में सामान्य से अधिक और बड़े पैमाने पर मानसूनी बारिश दर्ज की गई है । 1 जून से 18 सितंबर के बीच पश्चिमी राजस्थान में पूर्वी राजस्थान की तुलना में ज्यादा बारिश हुई है ।
पिछले 10 से 15 दिनों में जहाँ पश्चिमी राजस्थान में बारिश पूरी तरह से गायब है, वहीं पूर्वी राजस्थान में मानसून से झमाझम बारिश हो रही है । राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर, फलोदी, जोधपुर, और बीकानेर में पिछले 2 सप्ताह से बारिश नहीं हुई है ।Monsoon Forecast Rajasthan 22 September
राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में बारिश की कमी ने मानसून की विदाई के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया है, हालांकि यह विदाई राजस्थान के एक छोटे से हिस्से से ही होगी ।Monsoon Forecast Rajasthan 22 September
पिछले साल 2023 में मानसून की विदाई 25 सितंबर से शुरू हो गई थी, जब बाड़मेर, फलौदी और जैसलमेर से मानसून ने विदाई ली थी । राजस्थान के अन्य जिलों से मानसून की विदाई में एक और सप्ताह लग गया था ।
पश्चिमी राजस्थान के दूरदराज के इलाकों में नमी का स्तर भी काफी कम हो गया है, लेकिन मानसून की विदाई से जुड़ी शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाओं का पैटर्न बार-बार बदल रहा है, जिससे पश्चिमी राजस्थान से मानसून की विदाई पूरी तरह नहीं हुई है ।