चाणक्य  के अनुसार क्रोध करने वाले व्यक्ति से दूर रहना ही बेहतर होता है ओर ऐसे व्यक्ति  से अभी भी मदद नहीं मागनी चाहिए 

चाणक्य के अनुसार चापलूसी करने वाले व्यक्ति  से भी दूर रहना चाहिए। ऐसे लोग अपने काम करने के लिए दूसरों को नुकसान पहुँचाते हैं

चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में कहा है कि जीवन में लालची और ईर्ष्यालु लोगों से हमेशा दूर रहना चाहिए। ऐसे लोगों से मदद नहीं मागनी चाहिए।

चाणक्य के अनुसार जीवन में कभी भी किसी स्वार्थी व्यक्ति पर भरोसा नहीं करना चाहिए। क्योंकि स्वार्थी व्यक्ति आपका भला करने के बजाय आपको परेशानी में डाल सकते हैं