चरित्रहीन स्त्री की इन अंगों से होती है पहचान,फट से लग जाएगा पता

ऐसा माना जाता है कि स्त्री की पहचान करना मुश्किल है

चाणक्य नीति के अनुसार स्त्री को समझना एक असंभव कार्य है

भारत में स्त्री को देवी के रूप में पूजा जाता है, फिर भी समाज समय-समय इस दिव्य छवि का दुरुपयोग करता है

यह माना जाता है कि सभी स्त्री में समान गुण होना ज़रूरी नहीं है, जैसे कि हाथ की सभी पाँचों उंगलियाँ एक जैसी नहीं होती हैं

हमारे समाज में स्त्री को परिवार में सम्मान का प्रतीक माना जाता है। उन्हें परिवार के सम्मान की रक्षा की जिम्मेदारी भी सौंपी जाती है

चाणक्य ने अपनी पुस्तक ‘चाणक्य नीति’ में चरित्रहीन स्त्रियों के कई पहलुओं पर चर्चा की है

जिन महिलाओं के ऊपरी होठों पर बहुत अधिक बाल होते हैं, कद लंबा होता है, ऐसा माना जाता है कि वे अपने पति के लिए दुर्भाग्य लाती हैं