अगर आपको चारों ओर से मिल रही है असफलता तो अपनाएं चाणक्य की ये नीति

दृढ़ समर्पण की भावना

सफलता की राह आसान नहीं है. चाणक्य कहते हैं कि जिस प्रकार आग में तपने के बाद सोना निकलता है, उसी प्रकार सफलता प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को समर्पण की भावना की आवश्यकता होती है

विनम्रता

सफलता प्राप्त करने के बाद मनुष्य मे विनम्र का होना जरूरी है। विनम्रता ही सफलता की कुंजी है. कभी-कभी सफल होने के लिए मनुष्य को अपनी बोली पर अंकुश लगाना पड़ता है, क्योंकि मनुष्य का अहंकार और वाणी सफलता को असफलता में बदल देती है

समय पर निर्णय लें

चाणक्य के अनुसार महत्वपूर्ण कार्यों और निर्णयों में देरी करना आपके लिए हानिकारक हो सकता है, अनुशासित रहें और समय पर ही निर्णय करे