ये है इंसान का सबसे बड़ा पाप,कर दिया तो कभी नहीं मिलेगी माफ़ी

इंसान के जीवन में सबसे पाप क्या है, इसके बारे में बताते हुए चाणक्य ने बताया है कि यह एक ऐसा पाप है जिसे ईश्वर के यहां भी माफ नहीं किया जा सकता है

माता-पिता बनना जीवन की सबसे बड़ी खुशी है, लेकिन चाणक्य के अनुसार सबसे बड़ी खुशी तब होती है जब बच्चे अपने माता-पिता का नाम दुनिया में रोशन करते हैं

चाणक्य ने माता, पिता और संतान के बारे में बहुत ही महत्वपूर्ण विचार साझा किए हैं

चाणक्य ने मनुष्य के लिए सबसे पापी कौन सा है, इसकी व्याख्या करते हुए कहा है कि यह एक ऐसा पाप है जिसे ईश्वर के घर में भी माफ नहीं किया जा सकता है

चाणक्य ने एक कथन में कहा है कि जो इंसान अपनी जीभ की शक्ति का उपयोग अपने माता-पिता के के खिलाफ करता है उससे बड़ा पाप जीवन में कोई नहीं है