जवान होने पर लड़कियां अकेले में बंद कमरे में करती हैं ये काम
आज की आधुनिक दुनिया में भी, लाखों मनुष्य न केवल कौटिल्य नीति और इसमें लिखे एक-एक शब्द को न केवल पढ़ते हैं, बल्कि इसे अपने जीवन में लागू भी करते हैं
चाणक्य की सलाह इतनी मूल्यवान और सटीक है कि आज के युग में भी लोग उस पर अमल करने से पहले सोचने की जरूरत नहीं पड़ती
ऐसे में चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में लड़कियों की चाहत का जिक्र किया है
जब लड़कियां जवान हो जाती हैं तो इस मौके पर उनमें कुछ ऐसे बदलाव आते हैं जिन्हें वह अपने माता-पिता को नहीं बता पाती हैं
जवानी में लड़कियों को यह सोचने की इच्छा होती है कि उनका जीवनसाथी कैसा हो और वे रंगीन सपने देखने लगती हैं
जब घर पर लड़कियां अकेली होती हैं तो उन्हें बाथरूम मे जाना और अपने दोस्तों से फोन पर घंटों बात करने की आदत होती है