विवाह के तुरत बाद मर्द क्यों करने लगता है दूसरी स्त्री की तलाश
नीति शास्त्र में चाणक्य ने धर्म, धन, इच्छा, मोक्ष, परिवार, समाज और कई अन्य मुद्दों पर नियम बताए हैं
एक पुरुष को अपनी पत्नी से प्यार क्यों हो जाता है और वह दूसरी महिला पर सम्मोहित क्यों हो जाता है
यह गलत नहीं है, लेकिन जब यह आकर्षण प्रशंसा से कहीं आगे निकल जाता है तो एक नया रिश्ता बन जाता है, जो हमारे समाज में स्वीकार्य नहीं है
ऐसे नए रिश्ते से पुराने प्रेम संबंध और शादी टूटने की संभावना रहती है
समय के साथ-साथ वाणी की मधुरता कम होने से वैवाहिक रिश्ते में कड़वाहट आने लगती है
ऐसे में चाहे घर की महिला हो या पुरुष, वह घर के बाहर मिठास ढूंढने लगता है, बस यहीं से परेशानी शुरू हो जाती है