Nautapa Weather : जितना अधिक तपेगा नौतपा उतनी अधिक बारिश,जानिए इसके पीछे का ज्योतिषीय कारण
नौतपा के दौरान गर्मी पड़ना भारी बारिश का संकेत माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि नौतपा जितना अधिक गर्म होगा, उस साल बारिश उतनी ही अच्छी होगी।

Nautapa Weather : गर्मी अभी से अपना रौद्र रूप दिखाने लगी है।इस वर्ष नौतपा ज्येष्ठ माह कृष्ण पक्ष द्वितीया मई से शुरू होने जा रहा है जो 2 जून तक प्रभावी रहेगे।
मई के अंतिम हफ्ते मे जब सूरज और पृथ्वी के बीच की दूरी सबसे कम होती है,जिससे सूरज की अधिक गर्मी सीधी गर्मी धरती पर पड़ती है। इसके अलावा जब सूरज की किरणें सीधे पृथ्वी पर पड़ती हैं तो इस दौरान तापमान सबसे अधिक होता है।
मैदानी इलाकों की ओर उच्च दबाव के आधार पर वर्षा ऋतु का अनुमान लगाया जाता है क्योंकि ठंडी हवाएँ मैदानी इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बनाती हैं और समुद्री लहरों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं।
नौतपा का ज्योतिषीय आधार पर विज्ञान से भी पहले महत्वपूर्ण स्थान है। ज्योतिषीय मान्यताओं के आधार पर जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है तो इस दौरान बनने वाली स्थिति को नौतपा कहा जाता है।
जब ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष में चंद्रमा आर्द्रा से स्वाति नक्षत्र तक अपनी स्थिति में होता है और भीषण गर्मी होती है तो इस स्थिति को नौतपा कहा जाता है।
खास बात यह है कि हर साल 25 मई को शुरू होने वाले कुछ आयोजनों में नौतपा भी एक है। लेकिन इसके शुरू होने का समय बदल जाता है।
इस साल सूर्य आज सुबह 3:16 बजे रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश किया था। फिर 2 जून को मृगसिरा नक्षत्र में जाएंगे।पहले 9 दिन सबसे गर्म होते हैं इसलिए इसे नौतपा कहा जाता है।
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नौतपा के दौरान गर्मी पड़ना भारी बारिश का संकेत माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि नौतपा जितना अधिक गर्म होगा, उस साल बारिश उतनी ही अच्छी होगी।
यदि ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष में आद्रा नक्षत्र से दस नक्षत्र तक बारिश हो तो संपूर्ण बारिश ऋतु में अच्छी बारिश होती है। यदि इन दस नक्षत्रों में बारिश न हो और इन नक्षत्रों में भीषण गर्मी पड़े तो उस साल भारी बारिश होती है।