Onion Price Hike : सातवे आसमान पर पहुंचे प्याज के दाम,जानिए प्याज के दाम बढ़ने का कारण
निर्यात शुरू होने के बाद से मार्केट में प्याज की कमी होने से कीमते तेजी से बढ़ी, जिससे प्याज की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं ।

Onion Price Hike : निर्यात शुरू होने के बाद से मार्केट में प्याज की कमी होने से कीमते तेजी से बढ़ी, जिससे प्याज की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं। 17 जून को 18 मंडियों में प्याज की नीलामी हुई, जिनमें10,000 क्विंटल से अधिक प्याज की नीलामी हुई।
कम आवक के कारण कीमतें बढ़ रही हैं। किसानों के लिए न्यूनतम मूल्य भी 2800 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गया है। जबकि अधिकतम कीमत 3000 से 3500 रुपये प्रति क्विंटल के बीच चल रही है। जिन बाजारों में रोजाना 50,000 से 1 लाख क्विंटल प्याज की बिक्री होती थी, वहां अब सिर्फ 20,000-25,000 क्विंटल ही प्याज बिक रहा है।
किसानों का कहना है कि दो साल के घाटे की भरपाई के लिए उन्हें कम से कम छह महीने तक वही कीमत मिलनी चाहिए। पिछले दो सालों से, किसान 1 रुपये से लेकर 10 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच थोक मूल्य पर प्याज बेचने के लिए मजबूर थे क्योंकि सरकार कीमतें बढ़ने नहीं दे रही थी।Onion Price Hike
किसानों का आरोप है कि केंद्र सरकार ने 7 दिसंबर की रात को प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया,जिसके बाद उन्हें भारी नुकसान हुआ। निर्यात प्रतिबंध लगभग पांच महीने तक चला,जिससे प्रत्येक प्याज उत्पादक को लगभग 3 लाख रुपये का नुकसान हुआ।
इसी के चलते किसानों ने इतना बड़ा नुकसान पहुंचाने वालों को लोकसभा चुनाव में सबक सिखाने का ऐलान किया था। इसके डर से केंद्र सरकार ने चुनाव के बीच 4 मई को निर्यात फिर से खोल दिया। जिससे प्याज की कीमते आसमान छु रही है।Onion Price Hike