Chanakya Niti:मनुष्य के ये गुण देते हैं सफलता की गारंटी,कभी नहीं होंते असफल
चाणक्य नीति के अनुसार अमृत सर्वोत्तम औषधि है।अच्छा भोजन इन्द्रिय सुख में सर्वोत्तम सुख है।आँख सभी इन्द्रियों में सर्वश्रेष्ठ है और इसी प्रकार सिर शरीर के सभी अंगों में सर्वश्रेष्ठ होता है।
Chanakya Niti: चाणक्य ने दुष्टों के बारे में यह भी कहा कि जो लोग दूसरों के दोष उजागर करते हैं,वे उस छोटी सी चींटी द्वारा भी नष्ट हो जाते हैं।जैसे साँप चींटियों की पहाड़ियों में जाकर मर जाता है।
मनुष्य के ये गुण देते हैं सफलता की गारंटी,कभी नहीं होंते असफल
वह सर्वोत्तम औषधि है
चाणक्य नीति के अनुसार अमृत सर्वोत्तम औषधि है।अच्छा भोजन इन्द्रिय सुख में सर्वोत्तम सुख है।आँख सभी इन्द्रियों में सर्वश्रेष्ठ है और इसी प्रकार सिर शरीर के सभी अंगों में सर्वश्रेष्ठ होता है।
ऐसा व्यक्ति रक्षा नहीं कर सकता
चाणक्य के अनुसार जिसकी डांट से सामने वाले मनुष्य के मन में डर पैदा नहीं होता और जो प्रसन्न होकर दूसरे मनुष्य को कुछ नहीं देता।वह न तो किसी की रक्षा कर सकता है और न ही उसे नियंत्रित कर सकता है।
उन्हें इन्द्र के समान वैभव प्राप्त होगा
चाणक्य के अनुसार यदि आप अपने भगवान के गले में अपने हाथों से माला पहनाएंगे तो आपको इंद्र के समान वैभव प्राप्त होगा।यदि आप अपने भगवान के लिए अपने हाथों से चंदन घिसते हैं और यदि आप अपने हाथों से पवित्र ग्रंथ लिखते हैं।
ऐसे लोग नष्ट हो जाते हैं
चाणक्य नीति कहती है कि जो दुष्ट मनुष्य दूसरों के गुप्त दोष उजागर करते हैं,वे उसी प्रकार नष्ट हो जाते हैं, जैसे चींटी के पहाड़ में सांप मर जाता है।
मन में डर पैदा करना
चाणक्य नीति कहती है कि अगर कोई सांप अपनी पूंछ उठाता है,भले ही वह जहरीला न हो,तो यह सामने वाले के मन में डर पैदा करने के लिए काफी है।यहां इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि यह जहरीला है या नहीं।