Haryana News: अग्निवीर अमृतपाल सिंह को सम्मान न देने पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार को घेरा, किरण चौधरी बोलीं ‘वीर जवानों की शहादत का अपमान’
Agniveer Amritpal Singh Death: अग्निवीर अमृतपाल सिंह को गार्ड ऑफ ऑनर नहीं मिलने पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार को घेरा है. किरण चौधरी और कुमारी शैलजा ने भी अग्निवीर योजना पर सवाल उठाए हैं.
Haryana News: अक्टूबर में जम्मू-कश्मीर में जान गंवाने वाले अग्निवीर अमृतपाल सिंह के अंतिम संस्कार के दौरान सेना द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर नहीं दिए जाने को लेकर विपक्षी दलों ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर हमला बोला है.
अब एक बार फिर अग्निवीर योजना पर बहस हो रही है. हरियाणा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता किरण चौधरी ने अग्निवीर जवान को शहीद का दर्जा न दिए जाने पर केंद्र सरकार पर हमला बोला है.
किरण चौधरी ने केंद्र सरकार से पूछे सवाल
कांग्रेस नेता किरण चौधरी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, ”देश के सैनिकों के प्रति इतनी असंवेदनशीलता और बेशर्मी क्यों?” 19 साल की उम्र में मरने वाला अग्निवीर भी शहीद नहीं है.
क्या कोई अग्निवीर भारतीय सेना का हिस्सा नहीं है? शर्म की बात है कि सरकार एक अग्निवीर को शहीद का दर्जा तक नहीं दे सकी. सेना ने सलामी तक नहीं दी. माता-पिता ने शव को कंधे पर उठाया। मैं पूछता हूं कि सरकार इसके लिए अग्निवीर योजना क्यों लेकर आई?
क्या पंजाब का अमृतपाल सेना का जवान नहीं था? क्या माता-पिता को शहादत पर गर्व करने का हक नहीं मिलेगा? क्या सरकार हमारी सेनाओं के प्रति इतनी असंवेदनशील हो सकती है? यह हमारे वीर जवानों की शहादत का अपमान नहीं है क्या?
देश के जवानों के प्रति इतनी असंवेदनशीलता और निर्लजता क्यों?
19 साल की उम्र में शहादत देने वाले अग्निवीर को शहीद का दर्जा भी नहीं। क्या अग्निवीर भारतीय सेना का हिसा नहीं है?बेहद शर्मनाक है कि एक अग्निवीर को सरकार शहीद का दर्जा भी नहीं दे सकी। सेना की सलामी भी नहीं मिली। मां-बाप… pic.twitter.com/QpVc8RZqPD
— Kiran Choudhry (@officekiran) October 15, 2023
अग्निवीर अमृतपाल सिंह को सम्मान न देने पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार को घेरा
कुमारी शैलजा ने भी केंद्र सरकार पर बोला हमला
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी शैलजा ने अग्निवीर अमृतपाल सिंह को गार्ड ऑफ ऑनर नहीं देने पर भी केंद्र पर निशाना साधा. शैलजा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, ”बेहद दुखद और शर्मनाक!
देश के लिए शहीद हुए अमृतपाल को न तो सरकारी सम्मान दिया गया और न ही सेना की कोई यूनिट वहां आई। क्या सरकार ने अग्निशमन कर्मियों की भर्ती के दौरान हुए आंदोलन को दबाकर उसी दिन भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली?
जब हमारे देश के जवान शहीद होते हैं तो अपनी बहन की राखी, पिता की लाठी और मां की आंखों के तारे के साथ शहीद होते हैं। सरकार के इस कृत्य से भारत माता के सभी शहीदों का अपमान हुआ है, इससे स्पष्ट है कि सरकार की भावनाएं मर चुकी हैं।