Haryana

Meri Mati Mera Desh:यमुनानगर में आयोजित हुआ “मेरी माटी मेरा देश” कार्यक्रम, शिक्षा मंत्री कवरपाल ने शहीदों के परिजनों को किया सम्मानित

Haryana News:वीर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए पूरे देश में 'मेरी माटी मेरा देश' अभियान चलाया जा रहा है।

Meri Mati Mera Desh:वीर शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए पूरे देश में ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान चलाया जा रहा है। यमुनानगर में आज जगाधरी स्टेट सेकेंडरी एमएलए में “मेरी माटी मेरा देश” अभियान के तहत जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया।

समारोह में हरियाणा के शिक्षा मंत्री कवरपाल गुज्जर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। कार्यक्रम की शुरुआत सबसे पहले शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित कर और फिर दीप जलाकर की गई। शिक्षा मंत्री ने स्कूल मैदान में झंडा फहराया और पौधारोपण किया.

समारोह के दौरान कंवरपाल गुज्जर ने देश के लिए शहीद हुए सेना के जवानों व पुलिस जवानों के परिजनों को शॉल व पौधे देकर सम्मानित किया।शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने मेरी माटी मेरा देश के जिला स्तरीय कार्यक्रम में देश की एकता और अखंडता की शपथ दिलाई।

स्कूली बच्चों ने हरियाणवी नृत्य, योग और देशभक्ति कोरियोग्राफी प्रस्तुत की। इस मौके पर जिला प्रशासन ने शिक्षा मंत्री कवरपाल, नगर निगम मेयर मदन चौहान, सीनियर डिप्टी मेयर प्रवीण शर्मा और भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश सपरा को पौधे देकर सम्मानित किया।

मेरी माटी मेरा देश अभियान के बारे में बात करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह अभियान देश की आजादी, एकता और अखंडता में योगदान देने वाले नायकों को समर्पित है. इसका उद्देश्य देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर सैनिकों का सम्मान करना है।

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मेरी माटी मेरे देश’ अभियान की शुरुआत की। इसका मुख्य उद्देश्य स्वतंत्रता सेनानियों और गुमनाम नायकों को श्रद्धांजलि देना है। इस अभियान के तहत देश के अलग-अलग राज्यों के अलग-अलग गांवों से 7500 मिट्टी के कलश लाए जाएंगे।

मिट्टी का उपयोग दिल्ली में कर्तव्य पथ पर अमृत वाटिका के निर्माण में किया जाएगा। यहां एक स्मारक भी बनाया जाएगा। इस स्मारक का नाम शिलाफलकम होगा. इस पर आजादी की लड़ाई में भाग लेने वाले शहीदों के नाम दर्ज होंगे।

इनमें वे लोग भी शामिल हैं जिनके बारे में बहुत से लोग नहीं जानते। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाया गया अभियान जन अभियान बन गया है. इस अभियान में समर्पण की भावना है।

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