Aaj Ka Mausam : हरियाणा, राजस्थान और पंजाब समेत उत्तर भारत में कम बरसात किसानों के लिए बनी चिंता का विषय, फसलों की पैदावार में गिरावट आने की संभावना
इस अवधि के दौरान, लंबे समय तक शुष्क मौसम कृषि क्षेत्र और किसानों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है । रबी सीजन अपने अंतिम चरण में है और इस दौरान बरसात की कमी किसानों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है ।

Aaj Ka Mausam : उत्तर भारत में सर्दी अपने चरम पर है, लेकिन हरियाणा, राजस्थान और पंजाब के अधिकतर जिलों में काफी कम बरसात हुई है । जनवरी और फरवरी शीत ऋतु के सबसे महत्वपूर्ण और बरसाती महीने माने जाते हैं ।

इस अवधि के दौरान, लंबे समय तक शुष्क मौसम कृषि क्षेत्र और किसानों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है । रबी सीजन अपने अंतिम चरण में है और इस दौरान बरसात की कमी किसानों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है । Aaj Ka Mausam
हरियाणा की स्थिति पंजाब से अलग नहीं है । हरियाणा के कैथल, जींद और हिसार जैसे जिले विशेष रूप से प्रभावित हुए हैं । अंबाला, करनाल और रोहतक को कुछ राहत मिली है, लेकिन यह अभी भी पर्याप्त नहीं है और किसान चिंतित हैं ।
पंजाब के अधिकतर जिलों में भयकर बरसात की कमी दर्ज की गई है । पंजाब के मालवा क्षेत्र के कुछ हिस्सों में स्थिति थोड़ी अच्छी है, लेकिन दोआबा और माझा क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हैं ।
Aaj Ka Mausam
पंजाब के पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, जालंधर, होशियारपुर और मोगा जैसे जिलों में 75% से अधिक बरसात की कमी दर्ज की गई है । लुधियाना, पटियाला, रोपड़, मोहाली और संगरूर की स्थिति थोड़ी अच्छी है, लेकिन कई इलाकों में अब भी सूखे की स्थिति बनी हुई है ।
पिछले 2 से 3 सप्ताह से एक के बाद एक पश्चिमी विक्षोभ के साथ पहाड़ियों से गुजर रहे हैं, लेकिन ये प्रणालियां कमजोर रही हैं और मैदानी इलाकों में बरसात नहीं ला पाई हैं ।
9 से 15 फरवरी के बीच एक नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय पर दस्तक देगा । लेकिन इसकी प्रभावशीलता भी हल्की होगी तथा इसका प्रभाव पहाड़ों तक ही सीमित रहने की संभावना है ।
Aaj Ka Mausam
हरियाणा, राजस्थान और पंजाब सहित उत्तर भारत के अन्य मैदानी इलाकों में मध्य फरवरी तक मौसम शुष्क बना रहेगा । लगातार बरसात की कमी के कारण किसानों को फसल सिंचाई और अन्य कृषि गतिविधियों में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है ।