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Purple Color: रंग के पीछे मौत! जानें बैंगनी इतिहास का सबसे डरावना रंग क्यों है?

टायरियन पर्पल डाई की लोकप्रियता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि 301 ईसा पूर्व में इसे इसके वजन से तीन गुना ज्यादा कीमत पर सोने में खरीदा गया था।

Purple Color: रंग की राजनीति दुनिया में नई नहीं बल्कि सदियों पुरानी है। कभी इंसानों के रंग पर नफ़रती सियासत हुई, तो कभी रंगों को इंसान ने बांट कर नफ़रती सियासत की। लेकिन आज हम जिस रंग की बात कर रहे हैं उसका राजनीतिकरण नहीं हुआ, बल्कि इसके इस्तेमाल के कारण ही कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी।

आइए आपको बताते हैं इतिहास के सबसे खौफनाक रंग की कहानी, जिसकी इबारत मौत ने लिखी है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस कहानी में दुनिया की सबसे खूबसूरत महिला, मिस्र की रानी क्लियोपेट्रा भी शामिल है।

बाहुबल और बैंगनी
इतिहास क़ीमती चीज़ों के लिए लोगों के मारे जाने की कहानियों से भरा पड़ा है। लेकिन आज हम जो कहानी बताने जा रहे हैं उसमें एक राजा की एक खास रंग के कपड़े पहनने की वजह से हत्या कर दी गई थी.

दरअसल, हम बात कर रहे हैं टायरियन पर्पल डाई की। यह रंग उस समय इतना लोकप्रिय था कि इसका उपयोग केवल कुछ प्रभावशाली लोग ही करते थे। आइए अब बताते हैं कि कैसे ये रंग एक राजा की मौत का कारण बने।

मॉरिटानिया के राजा की हत्या
ये कहानी है 40 ईसा पूर्व की. मॉरिटानिया के राजा एक बार ग्लैडीएटर मैच देखने आये। दरअसल, वे रोमन शाही परिवार के मित्र थे, इसलिए उन्हें ऐसे खेलों में आमंत्रित किया जाता था। इस दिन भी वैसा ही हुआ.

लेकिन आज के मैच के दौरान मॉरिटानिया के राजा से एक गलती हो गई. जब वह मैच देखने पहुंचे तो उन्होंने टायरियन पर्पल डाई पहन रखी थी। रोम के सम्राट ने सोचा कि मॉरिटानिया का राजा अहंकारी है और उसने उसे फाँसी देने का आदेश दिया।

बैंगनी रंग के प्रति क्लियोपेट्रा का आकर्षण
मिस्र की रानी क्लियोपेट्रा अपने समय की सबसे खूबसूरत और शक्तिशाली महिला मानी जाती थी। कहा जाता है कि क्लियोपेट्रा को बैंगनी रंग इतना पसंद था कि वह न केवल उसमें कपड़े बनाती थी, बल्कि अपने महल और नाव को भी उसमें रंग देती थी।

इस टायरियन पर्पल डाई की लोकप्रियता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि 301 ईसा पूर्व में इसे खरीदने के लिए इसके वजन का तीन गुना सोना पेश किया गया था।

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