National Saving Certificate: राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र निवेशकों के लिए अच्छी खबर? जानें ब्याज बढ़ोतरी को लेकर क्या है सरकार का प्लान
National Savings Certificate Interest Rate: वित्त मंत्रालय 30 सितंबर को छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों की समीक्षा करने के लिए तैयार है। ऐसे में क्या एनएससी खाताधारकों को ऊंची ब्याज दर का फायदा मिलेगा।

National Saving Certificate: केंद्र सरकार तिमाही आधार पर छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में बदलाव करती रहती है। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट उन छोटी बचत योजनाओं में से एक है जिसकी ब्याज दर की समीक्षा तिमाही आधार पर की जाती है।
वित्त मंत्रालय सितंबर की बैठक में अक्टूबर से दिसंबर 2023-24 के बीच एनएसएसी की ब्याज दरों की समीक्षा करेगा एनएससी खाताधारकों को उम्मीद है कि सरकार एक बार फिर योजना की ब्याज दरों में बढ़ोतरी करेगी. ऐसे में हम आपको बता रहे हैं कि क्या इस बार भी ग्राहकों को ज्यादा रिटर्न का फायदा मिलेगा।
क्या एनएससी की ब्याज दरें बढ़ेंगी?
फाइनेंशियल एक्सप्रेस के मुताबिक, राष्ट्रीय बचत योजना की ब्याज दरें बढ़ने की संभावना नहीं है। जानकारों का मानना है कि फिलहाल एनएससी की दरों में किसी बदलाव की उम्मीद कम है.
राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र वर्तमान में 7.7 प्रतिशत की ब्याज दर की पेशकश कर रहा है। यह दर चक्रवृद्धि आधार पर दी जाती है, लेकिन ब्याज राशि केवल 5 वर्षों के अंत में खाते में स्थानांतरित की जाती है।
क्या अन्य बचत योजनाओं की ब्याज दरें बढ़ेंगी?
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट के अलावा पीपीएफ, एससीएसएस, टाइम डिपॉजिट स्कीम, केवीपी की ब्याज दरों की भी समीक्षा की जाएगी। कई विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार इस तिमाही में इन छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में बदलाव नहीं करेगी।
कुछ विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि पीपीएफ की ब्याज दरों में सरकार पूरे 30 महीने की अवधि के बाद बदलाव और बढ़ोतरी कर सकती है।
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट के बारे में जानें-
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट एक सरकार समर्थित सुरक्षित निवेश योजना है जिसमें आप कुल 5 साल की अवधि के लिए निवेश कर सकते हैं। योजना के तहत सरकार फिलहाल 7.7 फीसदी सालाना ब्याज दर की पेशकश कर रही है. इस स्कीम के तहत ग्राहकों को इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये की छूट भी मिलती है.