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जानिए Amritsar Jamnagar Expressway के बारे मे सारी जानकारी

जामनगर अमृतसर एक्सप्रेसवे दिल्ली अमृतसर कटरा एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा, जिससे इसकी लंबाई बढ़ जाएगी। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण का कहना है कि एक्सप्रेसवे चालू होने पर 26 घंटे की यात्रा 13 घंटे में पूरी होगी।

Amritsar Jamnagar Expressway: अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे का निर्माण भारत सरकार द्वारा भारत माला परियोजना के तहत किया गया है। इसका करीब 45 फीसदी हिस्सा राजस्थान से जुड़ा है।

सिक्स लेन वाला ग्रीन फील्ड इकोनॉमिक कॉरिडोर राजस्थान के श्री गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, जोधपुर और बाड़मेर जिलों को सीधे आपस मे जोड़ेगा।

राजस्थान में एक्सप्रेसवे की लम्बाई 500 KM से अधिक है। एक्सप्रेसवे हनुमानगढ़ जिले के जाखड़ावाली गांव से जालोर जिले के खेतलावास गांव तक बनेगा।

जामनगर अमृतसर एक्सप्रेसवे दिल्ली अमृतसर कटरा एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा, जिससे इसकी लंबाई बढ़ जाएगी। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण का कहना है कि एक्सप्रेसवे चालू होने पर 26 घंटे की यात्रा 13 घंटे में पूरी होगी।

राजस्थान से गुजरने वाले अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे के खंड के निर्माण की लागत 11,125 करोड़ रुपये है। इससे न केवल यात्रियों का समय बचेगा, बल्कि प्रमुख शहरों और उद्योगों तक पहुंचना भी आसान हो जाएगा।

अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे के निर्माण को आठ खंडों या चरणों में विभाजित किया गया है, जिनमें से पांच ग्रीनफील्ड खंड होंगे, और शेष तीन ब्राउनफील्ड प्रकार होंगे। यदि प्रत्येक अनुभाग के निर्माण चरण को जोड़ा जाए, तो कुल 30 विकास पैकेज होंगे।

कॉरिडोर से राजस्थान में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। यह ग्रीन फील्ड इकोनॉमिक कॉरिडोर राजस्थान के साथ-साथ पंजाब, हरियाणा और गुजरात को भी जोड़ेगा।

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस परियोजना के बारे में कहा था कि अमृतसर को जामनगर से जोड़ने वाला 917 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड सिक्स लेन एक्सेस नियंत्रित कॉरिडोर उत्तरी और मध्य भारत के बीच बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।

अमृतसर-जामनगर कॉरिडोर पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात के 15 जिलों से होकर गुजरेगा।एक्सप्रेसवे पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों को जामनगर और कांडला के प्रमुख बंदरगाहों से सीधे जोड़ेगा।

यह गलियारा 7 बंदरगाहों, 9 प्रमुख हवाई अड्डों और एक मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क को भी जोड़ेगा। एक्सप्रेसवे अमृतसर, बीकानेर, जोधपुर, बाड़मेर और कच्छ जैसे पर्यटन स्थलों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। यह बठिंडा, बाड़मेर और जामनगर की तीन प्रमुख तेल रिफाइनरियों को जोड़ने वाला भारत का पहला एक्सप्रेसवे होगा।

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