Nautapa Mausam : आज से नौतपा शुरू,अगले 9 दिन आसमान से बरसेगी आग
इस वर्ष नौतपा 25 मई से 2 जून तक रहेगा । इन दिनों में पृथ्वी की परिक्रमा के दौरान पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी कम हो जाती है,जिससे सूर्य की गर्मी अधिक तीव्र हो जाती है।
Nautapa Mausam : हरियाणा में लगातार भीषण गर्मी और लू चल रही है। आसमान से आग बरस रही है। तापमान में वृद्धि जारी है।हरियाणा मे आज से नौतपा शुरू हो रहा है ।
आने वाले दिनों में पूरे हरियाणा में भीषण गर्मी और लू चलने की आशंका है । भारतीय मौसम विभाग ने हरियाणा के 15 जिलों में रेड अलर्ट और सात जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। आज से भीषण गर्मी के नौतपा शुरू हो गए हैं।इन नौ दिनों के दौरान आसमान से आग बरसेगी जिससे लोग गर्मी से बैहाल हो जाएगे।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. चंद्र मोहन ने बताया कि पूरे मैदानी राज्यों, खासकर हरियाणा में पिछले 10 दिनों से भीषण गर्मी और लू चल रही है, यह सिलसिला जारी रहेगा। क्योंकि आज से नौतपा शुरू हो रहा है।
इस वर्ष नौतपा 25 मई से 2 जून तक रहेगा । इन दिनों में पृथ्वी की परिक्रमा के दौरान पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी कम हो जाती है,जिससे सूर्य की गर्मी अधिक तीव्र हो जाती है।
आज से सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश कर रहा है। जिसके साथ ही नौतपा शुरू हो जाएगा। इस दौरान तापमान बढ़ जाता है। यदि नौतपा के दौरान बारिश नहीं होती है तो यह अच्छे मानसून का अच्छा संकेत है। यदि नौतपा के दौरान बारिश होती है तो नौतपा टूट जाता है, इसे मानसून के लिए अशुभ संकेत माना जाता है।
मौसम वैज्ञानिक डॉ. चंद्रमोहन ने नौतपा का भौगोलिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण बताते हुए कहा कि नौतपा के दौरान पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी कम होती है और सूर्य की किरणें पृथ्वी पर अधिक सीधी पड़ती हैं। इस अवधि के दौरान तापमान और धूप सबसे अधिक होती है।
आपको बता दें कि जब गर्मी अधिक होती है तो मैदानी इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बनने लगता है। यह वह क्षेत्र है जो समुद्र की लहरों को आकर्षित करता है। परिणामस्वरूप, ठंडी हवाएँ मैदानी इलाकों की ओर बढ़ती हैं।समुद्र को उच्च दबाव का क्षेत्र माना जाता है, इसलिए हवाओं की दिशा से अच्छी बारिश का अनुमान लगाया जाता है।
उत्तर भारत के मैदानी राज्य खासकर हरियाणा मे लोग भीषण गर्मी से जूझ रहे हैं।दिन और रात के तापमान में लगातार हो रही बढ़ोतरी के साथ-साथ आने वाले दिनों में गर्मी अपना रुद्र रूप दिखाएगी,जिससे आम आदमी को इस गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद कम है।