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Lucknow Kanpur Expressway : वाहन चालकों के लिए Good News, वाहन चालकों के लिए खुलने वाला है लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे

उत्तर प्रदेश के दो प्रमुख शहरों को जोड़ने वाला बहुप्रतीक्षित लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे जून 2025 से यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा ।

Lucknow Kanpur Expressway : उत्तर प्रदेश के दो प्रमुख शहरों को जोड़ने वाला बहुप्रतीक्षित लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे जून 2025 से यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा । 63 किलोमीटर लंबा यह हाई-स्पीड कॉरिडोर उत्तर प्रदेश के विकास, कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे को नई ऊंचाई पर ले जाएगा ।

Lucknow Kanpur Expressway

इस एक्सप्रेसवे को राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे-6 (एनई-6) के नाम से भी जाना जाएगा । खास बात यह है कि मुख्य सड़क पर कोई टोल प्लाजा नहीं होगा, बल्कि सभी टोल प्लाजा सर्विस लेन में बनाए जाएंगे ।

इस परियोजना की आधारशिला दिसंबर 2020 में रखी गई थी और इसे राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा दिया गया था । 4,700 करोड़ रुपये की यह परियोजना 80% पूरी हो चुकी है । Lucknow Kanpur Expressway

यह एक्सप्रेसवे लखनऊ के पिपरसंड से शुरू होकर कानपुर के उन्नाव जिले के आजाद चौक तक पहुंचेगा । रास्ते में यह नवाबगंज, बंथरा, बनी, दातौली कांथा, तौरा, नीरना, अमरास और रावल जैसे क्षेत्रों को जोड़ेगा ।

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लखनऊ कानपुर एक्सप्रेसवे की मुख्य विशेषताएं Lucknow Kanpur Expressway
कुल लंबाई : 63 किमी
एलिवेटेड खंड : 18 किमी
ग्रीनफील्ड रूट : 45 किमी
3 बड़े पुल, 28 छोटे पुल, 6 फ्लाईओवर, 38 अंडरपास और 4 इंटरचेंज
भविष्य में 6 लेन से 8 लेन तक विस्तार किया जा सकेगा । यह एक्सप्रेसवे लखनऊ रिंग रोड और गंगा एक्सप्रेसवे से भी जुड़ेगा, जिससे पश्चिमी उत्तर प्रदेश को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी ।

हाई-स्पीड कॉरिडोर हाई स्पीड के लिए तैयार Lucknow Kanpur Expressway
एक्सप्रेसवे पर वाहनों की अधिकतम गति सीमा 120 किमी प्रति घंटा होगी, जिसे दिल्ली-एनसीआर या आगरा एक्सप्रेसवे जैसी परियोजनाओं की तर्ज पर तैयार किया गया है । भारी वाहनों के लिए यह सीमा 80 किमी प्रति घंटा निर्धारित की गई है । केवल कारों और बड़े वाहनों को ही एक्सप्रेसवे पर प्रवेश की अनुमति होगी । हालांकि इस मार्ग पर बाइक, ऑटो, मिनी लोडर व अन्य छोटे वाहनों को चलने की अनुमति नहीं होगी ।

एनएचएआई के परियोजना निदेशक सौरभ चौरसिया के अनुसार सुरक्षा कारणों से हल्के व धीमी गति वाले वाहनों पर प्रतिबंध लगाया गया है । ऐसे वाहन तेज गति वाले यातायात में दुर्घटना का कारण बन सकते हैं । यही कारण है कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे सहित कई अन्य परियोजनाओं में पहले से ही इसी तरह के प्रतिबंध लागू हैं ।Lucknow Kanpur Expressway

हाई-स्पीड कॉरिडोर के शुरू होने से लखनऊ से कानपुर तक का सफर महज 35 से 45 मिनट में पूरा हो जाएगा, जिसमें अभी 2 से 3 घंटे का समय लगता है । इससे न केवल यात्रियों का समय बचेगा । इससे व्यापार, परिवहन और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे ।

 

 

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